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क्या सरसों बेचने का सही समय आ गया है | नुकसान से बचने के लिए जरूरी है ये रिपोर्ट

किसान साथियो सरसों किसानों के लिए बुधवार का दिन सबसे अच्छा रहा। सरसों के भाव साल के सबसे ऊंचे स्तर को छूते नजर आए हैं। चूंकि इस समय सरसों के भाव सबसे ऊंचे स्तर पर चल रहे हैं ऐसे में सवाल यह उठता है कि सरसों का बेचने का यही सबसे सही समय है या फिर थोड़ा इंतजार और करना चाहिए। साथियो इस सवाल का उत्तर जानने के लिए सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि सरसों में आयी इस तेजी की वज़ह क्या है और यह वज़ह कितनी टिकाऊ है। आज की रिपोर्ट में हम इस बात का गंभीरता से विश्लेषण करेंगे और यह जानने की कोशिश करेंगे कि सरसों को अभी निकालना सही है या नहीं। इसलिए इस रिपोर्ट को अंत तक पढ़ना चाहिए। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

क्या है सरसों में तेजी की वज़ह
किसान साथियो देखा जाए तो सरसों में आयी इस तेजी की बड़ी वज़ह सरकार के द्वारा सरसों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि करना ही है। सरकार ने रबी मार्केटिंग सीज़न 2024-25 के लिए सरसों के समर्थन मूल्य को बढ़ाकर 5650 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। इसमें 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। इस खबर के आने से पहले सलोनी प्लान्ट पर सरसों के भाव जो 6400 के आसपास चल रहे थे एकाएक तेज होकर 6525 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। अन्य ब्रांडेड तेल प्लांटों ने भी सरसों के भाव में इतनी ही बढ़ोतरी की। हालांकि जयपुर में सरसों के भाव 6025 से हिले तक नहीं। भरतपुर के बाजार में जरूर हरकत दिखी और भाव 58 रुपये उछलकर 5700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। हाजिर मंडियों के भाव में भी 50 रुपये के आसपास की तेजी बनी है।

सरसों की जड़ में कितनी तेजी
किसान साथियो सरसों की जड़ में कितनी तेजी है यह जानने के लिए विदेशी बाजारों के सेंटिमेंट के साथ साथ दिवाली के प्रभाव को भी समझना जरूरी है। सबसे पहले बात करते हैं विदेशी बाजारों की। पिछले साल 15 अक्टूबर को मलेशिया में पाम तेल के भाव 3800 रिंगिट प्रति टन के आसपास चल रहे थे। आज के भाव को देखें तो आज भी मलेशिया में दिसंबर वायदा 3800 रिंगिट प्रति टन के आसपास ही है। लेकिन इस समय मलेशिया और इंडोनेशिया में पाम का स्टॉक पूरे साल में सबसे ज्यादा है। ब्राजील में भी सोयाबीन का रिकार्ड उत्पादन बताया जा रहा है। इस हिसाब से देखा जाए तो विदेशी बाजारों का रूझान इस समय न्यूट्रल से लेकर मामूली नेगेटिव है। हालांकि भारतीय बाजार में दिवाली के त्यौहार की मांग इस नेगेटिव रूझान को समाप्त करती दिख रही है।

क्या पिछले साल जैसी तेजी बनेगी
किसान साथियों पिछले साल 15 अक्टूबर 2022 के आसपास मलेशिया में पाम तेल के भाव 3800 चल रहे थे ठीक उसी समय भारत के जयपुर में 42 लैब सरसों का रेट 6700 रुपये प्रति क्विंटल था। जबकि भरतपुर में 6425 के भाव चल रहे थे। इसी समय जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी के भाव 1362 रुपये प्रति 10 किलो और सरसों तेल एक्सपेलर के भाव 1352 रुपये प्रति 10 किलो के थे। जबकि आज की डेट में यह 1082 और 1072 रुपये प्रति 10 किलो हैं। साफ दिखाई दे रहा है कि इस एक साल के गिरावट के दौर में विदेशी बाजारों के मुकाबले भारतीय बाजार ज्यादा गिरे हैं। गिरावट के दौर में ज्यादा गिरे हैं तो तेजी के दौर में ज्यादा तेज भी होने चाहिए। इस हिसाब से देखा जाए तो अब सरसों में और तेजी बननी चाहिए। लेकिन साथियो भारतीय बाजारों में पिछले साल के मुकाबले खाद्य तेलों का स्टॉक भरपूर मात्रा में उपलब्ध है। दूसरे सरसों का उत्पादन भी ज्यादा हुआ है। किसानों के पास अभी 35% से ज्यादा सरसों का स्टॉक है। सरकारी एजेंसी नाफेड भी लगातार सरसों की बिक्री कर रही है। ऐसी स्थिति में ये तो कन्फर्म तौर पर कहा जा सकता है कि सरसों में अभी तेजी तो बननी है लेकिन पिछले साल वाले भाव तो नहीं मिलने वाले।

कहाँ तक जा सकते हैं भाव
साथियो उपर किए गए विश्लेषण से यह तो साफ हो गया है कि सरसों में पिछले साल जैसे भाव बना तो मुश्किल है लेकिन मौजूदा स्तर को देखते हुए सरसों के भाव में 200 से 300 रुपये की तेजी और भी आ सकती है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि 200 रुपये का तो सरकार ने MSP ही बढ़ा दिया है तो सरसों का भाव इस गैप को तो कवर करेगा ही। वैसे भी सरसों के मुकाबले गेहूं और चने में इस समय अच्छे भाव मिल रहे हैं ऐसा संभव है कि आने वाले समय में किसानों का रुझान चने और गेहूं जैसी फसलों की तरफ हो जाए और सरसों का रकबा घट जाए। किसान साथियो से निवेदन है कि वे सरसों के भाव को बारीकी से मोनिटर करते रहे और चाहें तो 100-200 की और तेजी बनते ही माल को निकालना शुरू कर दें। साथियो व्यापार आपको अपने विवेक से ही करना है।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।

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