सरसों की कटाई का क्या है सही समय | जानें सही जानकारी इस रिपोर्ट में

सरसों की कटाई का क्या है सही समय | जानें सही जानकारी इस रिपोर्ट में

किसान साथियों, आप जानते हैं कि सरसों की फसल एक महत्वपूर्ण तेलहन फसल है, जिसका उपयोग न केवल हमारे खाने में बल्कि विभिन्न औद्योगिक प्रक्रियाओं में भी होता है। ऐसे में, यह जरूरी हो जाता है कि हम सरसों की कटाई का सही समय जानें और इसे सही तरीके से पूरा करें। यदि हम इसे समय पर काटते हैं तो न सिर्फ इसका तेल निकालने की प्रक्रिया बेहतर होगी, बल्कि दानों की गुणवत्ता भी बेहतर होगी, जिससे आपकी आमदनी में भी इज़ाफा होगा। अगर सरसों की कटाई का सही समय नहीं चुना गया, तो न केवल फसल की गुणवत्ता घट सकती है, बल्कि उपज भी कम हो सकती है। यही कारण है कि इस रिपोर्ट में हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि सरसों की कटाई का सही समय क्या है, और उसे कैसे सही तरीके से किया जा सकता है ताकि आपके खेत से सबसे बेहतरीन पैदावार प्राप्त हो। फसल की कटाई के समय पर एक किसान का निर्णय बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर आप समय पर नहीं काटते, तो दाने झड़ सकते हैं या अधपके रह सकते हैं, जिससे आपकी मेहनत पर पानी फिर सकता है। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि सरसों की फसल की कटाई के लिए सही समय कैसे पहचाना जाता है, और कौन-सी चीजें हमें ध्यान में रखनी चाहिए। तो चलिए इसको विस्तार से जानने के लिए पढ़ते हैं यह रिपोर्ट।

सरसों की कटाई का सही समय

साथियों, सरसों की फसल की कटाई का सही समय जानना बहुत जरूरी है, क्योंकि अगर हम इसे जल्दबाजी में काटते हैं, तो दाने अच्छे से विकसित नहीं हो पाते और पैदावार कम हो जाती है। वहीं, अगर हम इसे देर से काटते हैं, तो दाने खेत में गिरने लगते हैं, जिससे पैदावार में गिरावट आ सकती है। इसलिए हम आपको बता दें कि जब सरसों के पौधों के फल (फलियों) का रंग हल्का पीला या हल्का भूरा होने लगे, तो इसका मतलब है कि फसल पकने के करीब है। अगर आप इसे इस समय काटते हैं, तो यह सबसे अच्छा होता है। एक किसान को हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि अगर फलियां पूरी तरह से पक नहीं पाई हैं और उनमें हल्का हरा रंग बना हुआ है, तो कटाई से बचना चाहिए। इसके अलावा, अगर आप सरसों के पौधे से एक फलिया निकालकर उसे खोलते हैं, तो उसमें से दाना निकलता है। अगर दाना हल्का कच्चा होता है, तो इसका मतलब है कि फसल अभी पूरी तरह से पक नहीं पाई है। ऐसे में कटाई से बचना चाहिए। अगर हम कच्चे दाने को काटते हैं, तो इसका असर फसल की गुणवत्ता पर पड़ सकता है, और हमें अच्छे दाने नहीं मिल पाते। इसके अतिरिक्त, जब सरसों की फसल में हल्के भूरे रंग के निशान दिखने लगते हैं और दाने पूरी तरह से सूखने लगते हैं, तो यह कटाई का सबसे उपयुक्त समय होता है। इस समय में दाना पूरी तरह से पक चुका होता है और वह टूटने के बजाय अच्छी तरह से निकलता है। इस अवस्था में दाना न केवल सख्त होता है, बल्कि उसकी तेल की गुणवत्ता भी सर्वोत्तम होती है।

कटाई के बाद के स्टेप्स

साथियों, अब बात करते हैं कि कटाई के बाद हमें कौन-से कदम उठाने चाहिए, ताकि हमारी मेहनत का अच्छा फल हमें मिल सके। इसके लिए सरसों की कटाई के बाद आपको इसे खेत में ही 1-2 दिन तक छोड़ देना चाहिए। यह समय दाने के अंदर मौजूद अतिरिक्त नमी को खत्म करने में मदद करता है और दाने पूरी तरह से सूख जाते हैं। इस समय के दौरान, दाने अपनी पूरी ताकत जुटा लेते हैं, जिससे वे आसानी से निकलने लगते हैं। इसके अलावा, जब सरसों पूरी तरह से सूख जाए, तो मशीन की सहायता से दाना निकालना सबसे सही तरीका है। मशीन की मदद से आपको समय की बचत होती है और दाने को नुकसान भी नहीं पहुंचता। इससे एक साथ ज्यादा फसल निकल सकती है और आपकी मेहनत कम हो जाती है।

अलग-अलग प्रकार की सरसों की कटाई

दोस्तों, सरसों के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिनमें से “ब्लैक” सरसों की कटाई का समय और “येलो” सरसों की कटाई का समय थोड़ा भिन्न हो सकता है।

1. ब्लैक सरसों

ब्लैक सरसों की कटाई का समय आमतौर पर तब आता है जब इसके फलियां हल्की भूरी हो जाती हैं और दाने पूरी तरह से पकने के करीब होते हैं। इस फसल में जब दाने हल्के काले या भूरी रंग के हो जाएं, तो यह कटाई के लिए उपयुक्त समय होता है। इसके अलावा, ब्लैक सरसों में दाने अच्छे से पकने के बाद गिरने लगते हैं, इसलिए आपको इसे समय पर काटना चाहिए।

2. येलो सरसों

येलो सरसों की कटाई के समय का सही तरीका वही है जो ऊपर बताया गया है। जब फलियां हल्की पीली होने लगती हैं और दाने अंदर पूरी तरह से पक जाते हैं, तो यह काटने का सही समय है। येलो सरसों को ज्यादा देर तक खेत में नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि इसकी फलियां जल्दी झड़ने लगती हैं।

कटाई के समय रखें ध्यान

पूसा के कृषि वैज्ञानिकों ने सरसों की फसल उगाने वाले किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। वैज्ञानिकों ने कहा है कि यदि फसल की 75-80 प्रतिशत फलियां भूरी हो गई हैं, तो यह पकी हुई सरसों का संकेत है, और इसे जल्द से जल्द काटना चाहिए। अधिक समय तक खेतों में पड़ी फसलें चितकबरा बग का शिकार हो सकती हैं, जो फसल को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इस स्थिति में, फली का अधिक पकने से दाने झड़ने का खतरा भी रहता है, जिससे उत्पादन में कमी हो सकती है। इसलिए किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी सरसों की कटाई और गहाई जल्दी से करें, और गहाई के बाद फसल अवशेषों को नष्ट कर दें, ताकि कीटों की संख्या को नियंत्रित किया जा सके और फसल को सुरक्षित रखा जा सके।

नोट: रिपोर्ट में दी गई सभी जानकारी किसानों के निजनों और इंटरनेट पर मौजूद सार्वजनिक स्रोतों से इकट्ठा की गई है। संबंधित किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले कृषि विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।

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