किसान भाइयों, पिछले वर्ष बासमती धान और चावल की कीमतों ने अभूतपूर्व स्तर को छुआ था, लेकिन इस वर्ष बाजार अधिकांश समय दबाव में रहा। पिछले साल की ऊंची कीमतों पर खरीद के कारण व्यापारियों और निर्यातकों को काफी नुकसान हुआ था। इसी वजह से, इस सीजन की शुरुआत से ही व्यापारी और निर्यातक खरीद में अत्यधिक सावधानी बरत रहे थे और ऊंची कीमतों पर खरीदने से बच रहे थे। इसके अतिरिक्त, निर्यात की मांग भी सुस्त पड़ गई थी। अगर बात करे की धान में मंदी क्यों आ रही है एक अन्य मुख्य कारण साठा धान के बढ़ते उत्पादन को माना जा सकता है। पिछले कुछ वर्षों में साठा धान का उत्पादन कई गुना तक बढ़ गया है। इसके चलते, बासमती की बाजार में आपूर्ति लगातार बनी रहती है, यही कारण है कि पूरे सीजन में बासमती 1121 की कीमत 4500 रुपये प्रति क्विंटल से ऊपर नहीं जा पाई। वहीं, 1718, 1401 और पीबी1 धान की कीमतों में इतनी गिरावट आई कि लागत निकालना भी मुश्किल हो गया था।
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क्या चल रही हैं चावल की कीमतें
वर्तमान में चावल के भावों की बात करें, तो बढ़िया गुणवत्ता वाला 1121 स्टीम चावल 8400 रुपये और सेला चावल 6900 रुपये तक बोला जा रहा है। इसी तरह, 1718 स्टीम चावल का भाव 6900 रुपये और सेला चावल का भाव 6100 रुपये तक बढ़ गया है। 1509 स्टीम चावल 6600 रुपये और सेला चावल 5550 रुपये तक दर्ज किया गया है। 1401 स्टीम चावल 6600 रुपये और सेला चावल 6200 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है। पारंपरिक बासमती चावल का भाव 11000 रुपये और इसका सेला चावल 9000 रुपये तक पहुंच गया है। बाजार के कुछ विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में बाजार में और मांग निकलने की संभावना है, जिससे भाव में 200-300 रुपये प्रति क्विंटल तक की और वृद्धि हो सकती है। हालांकि, मंडी मार्केट मीडिया का मानना है कि इससे भी अधिक तेजी देखने को मिल सकती है।
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आज क्या चल रहे हैं धान के भाव
आज 2 मई 2025 को पिपरिया मंडी (मध्य प्रदेश) में धान PB1 डीपी का भाव ₹2600 से ₹3195 तक रहा, कुल आवक 4000 बोरी रही। वहीं बूंदी मंडी में धान 1718 ₹2950 से ₹3380, धान 1885 ₹3000 से ₹3260, धान 1509 ₹2650 से ₹2931, 1509 सीड धान ₹3000 से ₹3700 और धान 1847 ₹2450 से ₹2925 तक बिका, कुल आवक 10000 बोरी दर्ज की गई। कल की बात करें तो 01 मई 2025 को धान की प्रमुख मंडियों में भावों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। उत्तर प्रदेश की जहांगीराबाद मंडी में धान 1718 के हाथ वाले भाव में ₹50 की तेजी आई और यह ₹3400 से ₹3450 पर बिका, जबकि धान 1509 में भी ₹25 की तेजी रही और यह ₹2750 से ₹2800 पर कारोबार करता दिखा। इस मंडी में लगभग 700 बोरी धान की आवक दर्ज हुई। वहीं, अलीगढ़ मंडी में धान 1718 के भाव ₹3400 से ₹3550 पर स्थिर रहे, लेकिन धान 1509 के भाव में ₹50 की गिरावट आई और यह ₹2600 से ₹2800 पर बिका। इस मंडी में लगभग 2000 बोरी धान की आवक हुई। दिल्ली की नरेला मंडी में धान 1121 के हाथ वाले भाव ₹4100 से ₹4300 पर स्थिर रहे, जबकि धान 1718 में ₹30 की तेजी के साथ ₹3200 से ₹3580 पर और धान 1509 में ₹50 की तेजी के साथ ₹2600 से ₹2900 पर कारोबार हुआ। नरेला मंडी में 5000 से 7000 बोरी की अच्छी आवक दर्ज की गई।
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बासमती में आगे तेजी आएगी या नहीं
बात करें बासमती में और कितनी तेजी आ सकती है, तो फिलहाल बासमती धान के बाजार में माहौल बदलता हुआ दिख रहा है। निर्यात की मांग धीरे-धीरे निकलने लगी है और निर्यातक अब निचले स्तर के भावों पर खरीदारी करने में रुचि दिखा रहे हैं। इस गतिविधि से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि अब पहले जैसे निचले भाव शायद दोबारा देखने को न मिलें। हाल ही में सऊदी अरब और ईरान जैसे देशों ने कुछ मात्रा में खरीद की है, जिसे कुछ व्यापारी अग्रिम सौदों के रूप में भी देख रहे हैं। वर्तमान में, कारोबारी सतर्कता बरत रहे हैं, जिसके कारण बाजार में एक ही दिन में 400-500 रुपये की बड़ी तेजी आने की संभावना नहीं है। हालांकि, धीरे-धीरे बासमती चावल के बाजार में 500 रुपये तक की और तेजी देखने को मिल सकती है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करें।