किसान और व्यापारी भाइयो पिछले दो-तीन हफ्तों से राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नाफेड) लगातार खुले बाजार में टेंडर के माध्यम से सोयाबीन की बिक्री कर रहा है। हालांकि, सरकार वर्तमान में कम कीमतों की बोलियों को अस्वीकार कर रही है। नाफेड बेंचमार्क मूल्य 4350 रुपये प्रति क्विंटल से नीचे की बोलियों को स्वीकार नहीं कर रहा है। खबरों के अनुसार, सरकार ने अब तक टेंडर के माध्यम से लगभग 5 से 6 लाख टन सोयाबीन बेचा है। व्यापारियों का मानना है कि नाफेड के पास अभी भी लगभग 19 लाख टन का बड़ा स्टॉक मौजूद है, जिसे सरकार धीरे-धीरे बाजार में जारी कर रही है। नाफेड द्वारा सभी कम कीमत वाली बोलियों को अस्वीकार किए जाने के कारण, फिलहाल बाजार पर अधिक दबाव नहीं पड़ा है। भारत और पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के कारण बंदरगाहों पर खाद्य तेलों ली कीमतों में तेजी आई है जिससे सोयाबीन बाजार में तेजी का रुख बना हुआ है लेकिन कल जैसे ही भारत और पाकिस्तान युद्धविराम की खबर शाम को सरसो का बाजार 200 रूपये प्रति क्विंटल तक टूट गया है लेकिन सोयाबीन का बाजार कल तेजी के साथ ही बंद हुआ है Whatsapp ग्रुप में जुड़ने के लिए ज्वाइन करे 👉🏻 ज्वाइन करे
अमेरिका के प्रमुख उत्पादक राज्यों में सोयाबीन की बुआई में आई तेज़ी
अमेरिका में सोयाबीन की बुआई में तेजी देखने को मिल रही है। 4 मई, 2025 तक, अमेरिका के मुख्य सोयाबीन उत्पादक राज्यों में 30% तक बुआई का कार्य संपन्न हो चुका है। यह गति पिछले सप्ताह की 18% और पिछले पांच वर्षों के औसत 23% की तुलना में अधिक है। यदि प्रमुख उत्पादक राज्यों की बात करें, तो लुइसियाना में 80%, अर्कासस में 58% और मिसिसिपी में 64% बुआई पूरी हो चुकी है। इसके साथ ही, सोयाबीन की अंकुरण दर में भी सुधार हुआ है और यह बढ़कर 7% हो गई है, जो पिछले पांच वर्षों के औसत 5% से थोड़ा बेहतर है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से क्या है अपडेट
शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (CBOT) में गुरुवार को सोयाबीन की कीमतों में तेजी देखी गई, जिसका मुख्य कारण सोया तेल वायदा में आई मजबूती को माना जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में आई तेजी के चलते खाद्य तेल की कीमतों को सहारा मिल रहा है। CBOT के जुलाई सोयाबीन अनुबंध (SN25) में 5-3/4 सेंट की बढ़त दर्ज हुई और यह 10.45 डॉलर प्रति बुशल पर पहुँच गया। वहीं, जुलाई सोया तेल अनुबंध (BON25) में 1.12 सेंट की वृद्धि हुई और यह 48.45 सेंट प्रति पाउंड पर बंद हुआ। इसके विपरीत, जुलाई सोयामील अनुबंध (SMN25) में 30 सेंट की गिरावट आई और यह 294.70 डॉलर प्रति शॉर्ट टन पर पहुँच गया। स्विट्जरलैंड में होने वाली आगामी यू.एस.-चीन व्यापार वार्ता से व्यापारिक तनाव कम होने की उम्मीद है। इस बीच, यूएसडीए के अनुसार, निर्यातकों ने पिछले सप्ताह 376,700 टन पुरानी फसल का यू.एस. सोयाबीन और 9,800 टन नई फसल का सोयाबीन बेचा। वहीं, आंकड़ों के अनुसार, 31 मार्च तक कनाडा में सोयाबीन का स्टॉक पिछले वर्ष की तुलना में 10.9% बढ़कर 2.4 मिलियन मीट्रिक टन हो गया। Whatsapp ग्रुप में जुड़ने के लिए ज्वाइन करे 👉🏻 ज्वाइन करे
सोयाबीन के बाजार में आगे क्या रह सकता है
किसान और व्यापारी भाइयो पिछले एक सप्ताह में अशोकनगर मंडी में सोयाबीन (लूज़) के भाव में 100 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि दर्ज की गई है, जिसके बाद यह 4350 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है। इसी रुझान के साथ, कोटा लाइन प्लांट में भी सोयाबीन का भाव बढ़कर 4375 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। महाराष्ट्र सोयाबीन कीर्ति प्लांट सोलापुर में 3 मई 2025 को सोयाबीन का भाव 4580 पर बाजार खुला था और 08 मई 2025 को यह भाव 4520 पर आ गया था लेकिन कल शनिवार 10 मई को बाजार 4650 पर बंद हुआ है इस हफ्ते सोयाबीन के बाजार में 70 से 100 रूपये तक की तेजी देखने को मिली है | व्यापारियों का मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण प्रमुख बंदरगाहों पर जहाजों की आवाजाही में व्यवधान आ सकता है, जिससे आपूर्ति को लेकर अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गई है। इस परिस्थिति के चलते आने वाले दिनों में खाद्य तेल और सोयाबीन बाजार की कीमतों में 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल तक की बढ़ोतरी की संभावना व्यक्त की जा रही है। हालांकि, व्यापारियों का यह भी मानना है कि यदि हालात में सुधार होता है, तो बाजार स्थिर रह सकता है या फिर ₹50 से ₹100 प्रति क्विंटल तक की तेजी या मंदी देखने को मिल सकती है। इसके अतिरिक्त, बाजार में बड़ी मांग की कमी और आपूर्ति पर बहुत अधिक प्रभाव न पड़ने के कारण कीमतों के 4800 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर तक पहुंचने की संभावना कम नजर आ रही है। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे