प्याज भंडारण के लिए गोदाम बनाने पर सरकार दे रही है भारी सब्सिडी | जाने आवेदन की पूरी प्रकिरिया

दोस्तों किसानों को खासकर प्याज की खेती करने वाले किसानों को अक्सर बाजार में प्याज के दामों में अचानक गिरावट का सामना करना पड़ता है। जब प्याज की फसल तैयार होती है, तो अक्सर इसकी आपूर्ति बाजार में बढ़ जाती है, जिससे प्याज के दाम गिर जाते हैं। यह स्थिति किसानों के लिए काफी चिंताजनक होती है क्योंकि प्याज एक ऐसी फसल है जो जल्दी खराब हो जाती है। इस समस्या से निपटने के लिए सरकार अक्सर किसानों से अपील करती है कि वे अपनी प्याज की फसल को कुछ समय के लिए रख लें ताकि बाजार में आपूर्ति कम हो और दामों में सुधार हो सके।

किसानों को अक्सर प्याज की फसल को सुरक्षित रखने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। नमी, धूप और अन्य पर्यावरणीय कारकों के कारण प्याज खराब हो जाता है, जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है। इस समस्या के समाधान के लिए, सरकार ने किसानों को प्याज भंडारण के लिए गोदाम बनाने हेतु अनुदान देने की योजना शुरू की है। यह जानकारी कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दी गई है। इस योजना के माध्यम से किसानों को उचित भंडारण की सुविधा मिल सकेगी, जिससे वे अपनी फसल को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकेंगे और बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकेंगे।

योजना की जानकारी कृषि मंत्री ने बताई

किसानों को अक्सर अपनी प्याज की फसल के उचित दाम न मिल पाने की समस्या का सामना करना पड़ता है। जब बाजार में प्याज की आवक अचानक बढ़ जाती है तो कीमतों में गिरावट आ जाती है। इस समस्या से निपटने के लिए किसान अपनी फसल को कुछ समय के लिए स्टोर कर सकते हैं ताकि जब बाजार की स्थिति अनुकूल हो तो वे अपनी उपज को बेचकर बेहतर दाम प्राप्त कर सकें। सरकार इस दिशा में किसानों की मदद के लिए छोटे-छोटे गोदाम बनाने पर अनुदान प्रदान कर रही है। इस योजना का लाभ उठाकर किसान अपनी फसल को सुरक्षित तरीके से स्टोर कर सकते हैं और बाजार की मंदी के दौर में भी अपनी आय को स्थिर रख सकते हैं।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सरकार किसानों को प्याज भंडारण गोदाम बनाने के लिए 50% तक का अनुदान प्रदान करती है। यह अनुदान किसानों को आर्थिक रूप से काफी सहायता पहुंचाता है और उन्हें अपनी फसल को लंबे समय तक सुरक्षित रखने में मदद मिलती है। इस योजना के माध्यम से किसानों को अपनी फसल का उचित मूल्य मिलता है और उन्हें बाजार में होने वाले मूल्य उतार-चढ़ाव से बचाया जा सकता है।

अभी किस राज्य के किसान आवेदन कर सकते हैं

बिहार सरकार ने राज्य के किसानों को प्याज भंडारण के लिए अनुदान देने की एक महत्वपूर्ण पहल की है। बिहार में प्याज की व्यापक खेती होती है, लेकिन कई बार किसानों को अपनी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पाता। इस समस्या के समाधान के लिए सरकार ने किसानों को प्याज भंडारण इकाइयां बनाने के लिए 75% तक का अनुदान देने का निर्णय लिया है। इस योजना का लाभ राज्य के 23 जिलों के किसान उठा सकते हैं जिनमें भोजपुर, बक्सर, जहानाबाद, कैमूर, लखीसराय, नवादा, सारण, शेखपुरा, सिवान, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, गया, खगड़िया, मधुबनी, मुंगेर, नालन्दा, पटना, पूर्णिया, रोहतास, समस्तीपुर और वैशाली शामिल हैं। इस योजना के माध्यम से किसान अपनी उपज को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकेंगे और जब बाजार में भाव अच्छे होंगे तब उसे बेचकर अधिक लाभ कमा सकेंगे। यह योजना किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

योजना के तहत कितना मिलेगा अनुदान

बिहार सरकार ने किसानों को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए एक नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत किसान 50 मेट्रिक टन क्षमता वाला प्याज भंडारण गोदाम बना सकते हैं। सरकार ने इस गोदाम के निर्माण के लिए अनुमानित लागत 6 लाख रुपये निर्धारित की है। इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि किसानों को इस लागत का 75% हिस्सा सरकार की तरफ से अनुदान के रूप में दिया जाएगा। यानी किसानों को खुद केवल 25% यानी 1.5 लाख रुपये खर्च करने होंगे। सरकार की तरफ से 4.5 लाख रुपये का अनुदान किसानों के खाते में सीधे ट्रांसफर किया जाएगा। यह योजना किसानों के लिए काफी फायदेमंद है क्योंकि इससे किसान अपने उत्पादित प्याज को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकेंगे और जब बाजार में कीमतें अच्छी होंगी तब बेचकर अधिक मुनाफा कमा सकेंगे।

किस तरह आवेदन कैसे कर सकते हैं किसान

बिहार सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए चलाई जा रही राष्ट्रीय कृषि विकास योजना 2025 के तहत किसानों को कई लाभ मिल रहे हैं। इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन करने के लिए किसानों को उद्योग विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in पर जाना होगा और ’50 मेट्रिक टन पर आज भंडारण योजना’ पर क्लिक करना होगा। यहां पर इस योजना से संबंधित सभी जानकारी विस्तार से दी गई है। किसानों को आवेदन करते समय जो-जो दस्तावेज और जानकारी मांगी जाती है, उन्हें ध्यानपूर्वक भरना होगा। इसके अलावा, किसान सीएससी केंद्रों या ईमित्र केंद्रों पर जाकर भी आसानी से इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।

15 दिन में चालू करना होगा काम

किसान साथियों, सरकार की नई योजना की जानकारी मिलते ही आपको 15 दिन के भीतर काम शुरू करना होगा। गोदाम के नक्शे और अन्य ज़रूरी जानकारियां आपको एक लिंक के ज़रिए उपलब्ध कराई जाएंगी, जिसे आप डाउनलोड कर सकते हैं। इस योजना के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने जिले के कृषि विभाग या कृषि भवन में जाकर अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं। वहां आपको इस योजना के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी और आप आवेदन भी कर पाएंगे।

किन राज्य के किसान कर सकते है इस योजना के लिए आवेदन

किसान भाइयों, आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि 75% अनुदान वाली योजना फिलहाल बिहार के कुछ खास जिलों में ही लागू है। लेकिन देश के कई राज्यों में सरकार किसानों को प्याज भंडारण घर बनाने के लिए 50% तक का अनुदान दे रही है। यह जानकारी हाल ही में कृषि मंत्री द्वारा विधानसभा में दी गई है। अगर आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो अपने क्षेत्र के कृषि केंद्र पर जाकर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अगर आपके जिले में इस योजना के लिए आवेदन चल रहे हैं, तो आप तुरंत आवेदन करें और इस योजना का लाभ उठाएं।

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