किसान साथियों, कृषि हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, और हमारे किसान इसका असली चेहरा हैं। क्योंकि आज भी भारत में लगभग 60-70% लोग कृषि पर निर्भर हैं, और इसलिए किसानों की समृद्धि ही देश की समृद्धि का रास्ता है। हालांकि, अब वक्त आ गया है कि किसानों को खेती की नई तकनीकों, उन्नत बीजों, और नए कृषि उपकरणों के बारे में जानकारी मिले ताकि वे ज्यादा उत्पादन कर सकें, और कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकें, और अपनी जिंदगी में बदलाव ला सकें। इसके लिए सरकार और विभिन्न कृषि संस्थान समय-समय पर कृषि मेले का आयोजन करते हैं, जो किसानों को नई जानकारी और तकनीकों से परिचित कराने का बेहतरीन तरीका होते हैं। इसी प्रक्रिया को आगे बढ़ते हुए हर वर्ष की तरह इस साल भी अब किसानों के लिए एक खास मौका आ रहा है। हम किसान भाइयों को बता दें कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार द्वारा 17 और 18 मार्च 2025 को कृषि मेला (खरीफ 2025) आयोजित किया जा रहा है। इस मेले में किसानों को सिर्फ उन्नत बीज, उर्वरक, और कृषि उपकरणों की जानकारी नहीं मिलेगी, बल्कि उन्हें खेती के नए विचारों और तकनीकों से भी रूबरू कराया जाएगा। विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. बी.आर. काम्बोज के मुताबिक, इस साल का मेला “कृषि में उद्यमिता को बढ़ावा देना” के थीम पर केंद्रित होगा। तो चलिए इस मेले से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें और इस मेले की खासियत के बारे में विस्तार से समझते हैं इस रिपोर्ट के माध्यम से।
किसानों के लिए एक बेहतरीन मौका
साथियों, यह मेला किसानों को उनकी खेती से जुड़ी हर जानकारी देने का एक बेहतरीन अवसर है। यहां उन्हें नई तकनीकों, उन्नत बीजों, कृषि यंत्रों, और कृषि उत्पादों के बारे में जानने का मौका मिलेगा, जिससे वे अपनी खेती को ज्यादा लाभकारी बना सकें। डॉ. बलवान सिंह मंडल, जो विश्वविद्यालय के शिक्षा निदेशक हैं, ने बताया कि इस मेले में खरीफ फसलों के लिए उन्नत बीज उपलब्ध होंगे। इसके अलावा, किसानों को बायो-फर्टिलाइज़र, कृषि साहित्य, और अन्य उपयोगी जानकारी भी दी जाएगी। आपको बता दें कि यह कृषि मेला चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के गेट नंबर 3 के पास स्थित मेला ग्राउंड पर होगा। यहां किसानों को कृषि यंत्रों और मशीनों की प्रदर्शनी भी देखने को मिलेगी, जिसमें उन्हें यह बताया जाएगा कि कौन सी मशीन उनके लिए सबसे उपयुक्त होगी, और उसकी कीमत क्या होगी। किसानों के लिए यह एक बेहतरीन मौका होगा, क्योंकि वे अपनी जरूरत के अनुसार सही उपकरण का चयन कर सकेंगे।
किसानों के लिए सत्र और मार्गदर्शन
साथियों, इस मेले की एक खास बात यह होगी कि यहां प्रश्नोत्तरी सत्र भी होंगे, जहां किसान अपनी समस्याओं को विशेषज्ञों के सामने रख सकेंगे। इसमें उन्हें कृषि, पशुपालन और गृह विज्ञान से जुड़ी समस्याओं का समाधान मिलेगा। इन सत्रों का मकसद यही होगा कि किसानों को आसान तरीके से उनके सवालों का जवाब मिल सके, ताकि वे अपनी खेती में सुधार कर सकें और ज्यादा लाभ कमा सकें। इसके अलावा, मेला स्थल पर मिट्टी परीक्षण, सिंचाई जल की जांच, और रोगी पौधों की जांच की सुविधाएं भी होंगी। इससे किसानों को पता चलेगा कि उनकी मिट्टी में किस प्रकार के पोषक तत्वों की कमी है और उन्हें किस उर्वरक का इस्तेमाल करना चाहिए।
250 स्टॉल और प्रदर्शनी
साथियों, कृषि मेला में कुल 250 स्टॉल होंगे, जहां प्राइवेट कंपनियां अपनी कृषि उत्पादों और तकनीकी उपकरणों का प्रदर्शन करेंगी। यहां किसानों को कृषि यंत्रों, उर्वरकों, बीजों, और कीटनाशकों के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी। साथ ही, उन्हें यह भी बताया जाएगा कि इनका इस्तेमाल कैसे किया जाए और इससे ज्यादा उत्पादकता कैसे प्राप्त की जा सकती है। स्टॉलों का आवंटन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर होगा। इसलिए, किसानों को सलाह दी जाती है कि वे इस मौके का पूरा फायदा उठाएं और जल्द से जल्द स्टॉल बुक करें। इसके अलावा, मेला स्थल पर खाने-पीने की व्यवस्था, वाहन पार्किंग, और विशेष सुविधा काउंटर भी उपलब्ध होंगे।
कृषि यंत्रों और मशीनों का प्रदर्शन
साथियों, जैसा कि सभी किसान भाइयों को पता है कि कृषि यंत्रों का सही इस्तेमाल खेती में बड़ा बदलाव ला सकता है। इस मेले में कृषि यंत्रों और मशीनों का प्रदर्शन किया जाएगा, जिनसे किसानों को खेती को और आसान और सस्ता बनाने का तरीका पता चलेगा। यहां उन्हें यह जानकारी मिलेगी कि कौन सा यंत्र उनके लिए उपयुक्त है और वह यंत्र उनकी खेती को किस प्रकार मदद कर सकता है। मेला में कृषि उपकरणों, कीटनाशकों, उर्वरकों, और बीजों के अलावा, कृषि मशीनरी बनाने वाली कंपनियां भी अपनी तकनीकों का प्रदर्शन करेंगी। इससे किसानों को यह समझने में मदद मिलेगी कि कौन सा उत्पाद उनकी खेती के लिए सबसे फायदेमंद होगा।
नई तकनीकों की जानकारी
कृषि मेले में आने वाले किसानों को केवल उत्पादों और उपकरणों के बारे में ही नहीं, बल्कि नई कृषि तकनीकों के बारे में भी जानकारी मिलेगी। इससे किसान अपनी फसलों का उत्पादन बढ़ा सकते हैं और लागत को कम कर सकते हैं। इस मेले के दौरान, कृषि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों से किसानों को नई तकनीकों के बारे में जानकारी मिलेगी, जिससे वे अपनी खेती को और बेहतर बना सकेंगे। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार द्वारा आयोजित यह मेला किसानों के लिए सिर्फ एक व्यापारिक अवसर नहीं, बल्कि कृषि में सुधार के लिए एक नई दिशा है। इस मेले से किसानों को अपनी खेती के उत्पादन को बढ़ाने और कृषि में उद्यमिता के नए रास्ते सीखने का भी मौका मिलेगा। इस प्रकार के कृषि मेले न केवल किसानों के लिए फायदेमंद होते हैं, बल्कि इससे पूरे कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आएगा, जो देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में अपना महत्वपूर्ण योगदान रखता है।